कुछ तो कहना है तुमसे क्या कहूँ क्या छिपाऊं याद करूँ मैं तुमको या फिर से भूल जाऊँ। कुछ तो कहना है तुमसे क्या कहूँ क्या छिपाऊं याद करूँ मैं तुमको या फिर से...
पर अग़र मैं कहूँ, मैं वही जानती हूँ जो मैं मानना चाहती हूँ मैं तुम्हें पाना चाहती हूँ पर अग़र मैं कहूँ, मैं वही जानती हूँ जो मैं मानना चाहती हूँ मैं तुम्हें पाना...
बेवफ़ा बेवफ़ा
मुझे डर है, कहीं फूट न जाऐं मज़हबी दंगो में दबकरफिर भी कहाँ जाऐगा जात पात के चंगुल से बचकरक्या, मा... मुझे डर है, कहीं फूट न जाऐं मज़हबी दंगो में दबकरफिर भी कहाँ जाऐगा जात पात के च...
अगर इश्क़ है, तो उसे हर बार जताना जरूरी है क्या, कुछ बातें इशारों से भी समझ लिया करो अगर इश्क़ है, तो उसे हर बार जताना जरूरी है क्या, कुछ बातें इशारों से भी सम...
अगर इश्क़ है, तो उसे हरबार जताना जरूरी है क्या, कुछ बाते इशारों से भी समझ लिया करो अगर इश्क़ है, तो उसे हरबार जताना जरूरी है क्या, कुछ बाते इशारों से भी समझ ...